2 मुक्तक Anil Goyal 7 years ago 1- तुम आये तो बिना पिये ही बेहोशी का अहसास करते है , वर्ना तो मयखाने कि सारी मय पीकर भी होश बाकी था हमको I 2-पीते तब भी थे , पीते अब भी है , फर्क फकत इतना है साकी – कि तब तेरे साथ बैठ कर पीते थे, अब तेरी याद में पिया करते है I