भरोसा…

हमें दुश्मन समझ कर बङा पछताओगे आप ! करके भरोसा खुद्दारों पर… अरें ! करके भरोसा खुद्दारों पर.. खङे-खङे ही गिर जाओगे आप !! हमें…

मैं..

अपनी शाम को शमा पर लुटाने निकला परवाना हूँ मैं ! जीता हूँ जिसके लिए, मरता हूँ जिसके लिए… उसकी हर हरकत का अफसाना हूँ…

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