ऐ बंदे !
उसने हमें जीवन दिया ताकि हम उसकी बनाई दुनिया को और खुबसूरत बनाए । हमने उसी जीवन को किसी और लक्ष्य में लगा दिया, भगवान हंसे कहा ,”तू कब समझेंगा ऐ बंदे !” ।। उसने हमें कई रिश्ते दिए माता पिता भाई बहन जो हमें दिशाहिन ना होने दें । हमने उन्हीं रिश्तों में स्वार्थ और लालच मिला दिया, वाहेगुरु बोले, “तू कब समझेंगा ऐ बंदे !” ।। उसने बनाया इन्सान, हर कोई एक समान, कोई फर्क नहीं किया,... »