स्कूल के दिन

बहुत याद आते हैं वो दिन जब हम भी स्कूल जाते थे पीठ पर बस्ता, गले में बोतल खेलते- कूदते पहुँचते थे। कक्षा की वो…

एक माँ ही तो है

एक माँ ही तो है जिसने मुझसे और मैंने उससे बिना एक दूजे को देखे बेपनाह प्रेम और साथ निभाया है। एक माँ ही तो…

शब्द

शब्दों में भी कितना जादू है चाहे तो किसी को अपना बना ले चाहे तो इन्ही से बाण चला दे।।

जिंदगी

कितनी तेज़ हो गई जिंदगी कितनी आगे निकल रही है चिट्टी पत्री के झंझट से निकल कर व्हाट्सअप, फेसबुक में आ गई है।

जिंदगी

कितनी तेज़ हो गई जिंदगी कितनी आगे निकल रही है चिट्टी पत्री के झंझट से निकल कर व्हाट्सअप, फेसबुक में आ गई है।

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