Site icon Saavan

Rita arora jai hind

एक प्रयास
मापनी 211 211 211 22

रे मन बावरा हुआ जाय है
बादलों में घटा घिर आयी रे।
श्याम बंसी की तान सुना दे
नयनन की प्यास बुझाय दे।।

?? रीता जयहिंद ✍?

Exit mobile version