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Shayari

आँखों की नमी देखकर हम,
नज़रें उनसे चुराने लगे,
वो फिर से कही रो ना दें,
हम खुल कर मुस्कुराने लगे
©अनीता शर्मा
अभिव्यक़्ति बस दिल से

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