न रात को नींद न दिन को चैन है,
तेरी वेरूखी से दिल बडा बेचैन है,
जब तक चाहा दिल से खेला तुमने,
भर गया जी तो पलटकर देखा भी नहीं तुमने,
तेरी बेवफाई बहुत ही तड़पा गई मुझे,
औरो ने तोरा दिल तेरा तो
मेरी वफा तुझे याद आई,
कैसी ये प्रीत निभाई तुमने,
कैसी ये रीत निभाई तूमने,
टूटे हुए दिल को जोड़ने में लगी हूं मैं,
तेरी याद को मिटाने में लगी हूं मैं,
रास्ते से गुजरो कभी तो देखूंगी भी नहीं तेरी तरफ मैं,
सोचूंगी कभी मिली थी ही नहीं तुझसे |