इल्जामों के खंजर Pragya 3 years ago जाने क्यों कुछ अल्फाज सिसकते रहते हैं हम तुम्हारी यादों में महकते रहते हैं यूं तो हमारी मोहब्बत की पूजा करता है जमाना पर जब भी हम एक होना चाहते हैं तो लोग बेबुनियाद इल्जामों के खंजर भोंकते रहते हैं।