जुबाँ

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आखिर तुझे भी कोई बुला रहा होगा ,तुझे याद कर कर
के कोई मुस्कुरा रहा होगा |
यूँ ही नहीं जुबाँ लड़खड़ा जाती है हर किसी को देखकर, कोई तुझे भी नगमों में गा रहा होगा |

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