पत्थर को हीरा

आपने पत्थर को
हीरा बना दिया,
दीवानगी ने जाने कब,
मीरा बना दिया।

निरंतर पढ़ते रहें …
जानकी प्रसाद विवश का रचना संसार……।।

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