Site icon Saavan

बना मेहंदी सजाया था तेरे हाथों को

अभी कल की ही तो बात लगती है

अरमानो में घोल इश्क का रंग मैंने

बना मेहंदी सजाया था तेरे हाथों को

सब बदल गया कुछ ही बरसों में

सब रंग अरमानो के हुए बैरंग

ज़िन्दगी जुदा कर गई तेरे हाथों को

 

                 …… यूई

Exit mobile version