Categories: हिन्दी-उर्दू कविता

Mithilesh Rai
Lives in Varanasi, India
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‘जय बाबा धुंन्धेशवर महादेव’
हिमाचल के इस मंदिरों के ज़रूर करें दर्शन, मिलेगा सभी कष्टों और दुखों से छुटकारा जय बाबा धुंन्धेशवर महादेव हिमाचल की खूबसूरती को तो सभी…
कैसे भुला दूँ
कैसे भुला दूँ खाना -ए-दिल से कैसे भुला दूँ उसकी ज़ीशान निगाहें कैसे भुला दूँ उसकी रेशमी ज़ुल्फें मुमकिन नही भुलाना अब उसकी यादों को…
दोस्ती
चलो थोडा दिल हल्का करें कुछ गलतियां माफ़ कर आगे बढें बरसों लग गए यहाँ तक आने में इस रिश्ते को यूं ही न ज़ाया…
मुक्तक
किसतरह तेरी यादों की रात जाएगी? किसतरह तेरे गम की सौगात जाएगी? जागे हुए हैं ख्वाब भी आँखों में कबसे, कब तेरी चाहत से मुलाकात…
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
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