Categories: हिन्दी-उर्दू कविता

Mithilesh Rai
Lives in Varanasi, India
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शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
‘जय बाबा धुंन्धेशवर महादेव’
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मुक्तक
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nice poetry as always…
SO NIce
सुन्दर रचना