मुक्तक

ग़मों को दिल में छुपाना आसान नहीं है।
शमा यादों की बुझाना आसान नहीं है।
जब भी छूट जाता है हमसफ़र राहों में-
अकेले लौट कर आना आसान नहीं है।

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

Related Articles

मुक्तक

गमों को दिल में छुपाना आसान नहीं है! शमा यादों की बुझाना आसान नहीं है! जब भी छूट जाते हैं हमसफर राहों में, अकेले लौट…

ओ मेरे हमसफर

मेरे हमसफर जो साथ हो मेरे जिंदगी भर के लिए, कभी दुःख में, कभी सुख में हमेशा साथ रहे मेरे, एक दुसरे का साथ हो…

Responses

New Report

Close