जब कागज का नाव बनाया
मैं तो बिल्कुल बच्चा था।
तन का थोड़ा कच्चा था
पर दिल का बड़ा ही सच्चा था।।
जब कागज का नाव बनाया ….
पतंग बनाया कागज का
और एक जहाज भी कागज का।
कार बनाया ट्रक बनाया
ट्रैक्टर ट्राली भी था कागज का।।
बिन ईंधन के चलते थे सब
सोचो कितना सब अच्छा था!
जब कागज का नाव बनाया….
*****बाकलम****
बालकवि पुनीतकुमार ‘ऋषि ‘
बस्सी पठाना ( पंजाब)