यह ज़िन्दगी तो बस मौत का दूसरा नाम हो गई UE Vijay Sharma 8 years ago बेइंतेहा दर्दो को सहने की, अश्कों को पीने की सांसो की घुटन में रहने की, गमों में जीने की आदतें सारी यह किस किस की ग़ुलाम हो गई यह ज़िन्दगी तो बस मौत का दूसरा नाम हो गई …….. यूई