Site icon Saavan

यह ज़िन्दगी तो बस मौत का दूसरा नाम हो गई

बेइंतेहा दर्दो को सहने की, अश्कों को पीने की

सांसो की घुटन में रहने की, गमों में जीने की

आदतें सारी यह किस किस की ग़ुलाम हो गई

यह ज़िन्दगी तो बस मौत का दूसरा नाम हो गई

                                        …….. यूई       

Exit mobile version