वो लड़का मेरा खयाल रखता है
वो लड़का मेरा खयाल रखता है
तेरे नाम वाले सिर पर बाल रखता है
कभी डरता है तो कभी रोब झाड़ता है
गुस्से में मुंह अपना लाल रखता है।
बच्चों जैसी हरकतें और बुजुर्गों जैसी समझदारी
पागलपन भी खुद में बेशुमार रखता है ।
मेरी खुशियों के आगे माथा टेक देता है
अपना प्यार देकर मुझे मालामाल रखता है।
मेरे नखरे हंस हंस कर उठाता है
बड़े नाजों से वो मुझे यार रखता है।
आंखों में उसकी रहती है उदासी
दिल में भी कोई मलाल रखता है।
खोने के डर से सिहर उठता है अक्सर
पाने का वहम भी पाल रखता है।
छोड़ कर गया है उसे कोई शायद
जेब में तभी वो गीला रूमाल रखता है।
सिगरेट की लत ऐसी लागी है उसको
मुझसे ज्यादा वो सिगरेट को संभाल रखता है।
होंठों पर उसके रहती है खामोशी
पर दिल में अनगिनत सवाल रखता है।
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