आईना

यूँ ना कर सितम मुझ पे,
मुद्दतों से लौटा हूं , आईना बन के
उसी नजर से देख नजर आउगा तुझे
अगर कि साजिश, तो अब बिखर जाउगा में |

:-अभिषेक शर्मा

http://abhisharma260.blogspot.in/2016/06/blog-post_75.html

 

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