Categories: शेर-ओ-शायरी
Related Articles
वह रहने वाली महलों में, मैं लड़का फुटपाथ का ।
वह रहने वाली महलों में, मैं लड़का फुटपाथ का । उसकी हर एक अदा पे मरना यही मेरा जज्बात था । वह रखने वाली टच…
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
भोजपुरी सरस्वती वंदना – विनवा के तार |
भोजपुरी सरस्वती वंदना – विनवा के तार | झन झंकार बाजे माई तोर वीनवा के तार | हंस चढ़ी चली आवा माई हाली हमरे द्वार…
एक सवाल……
एक सवाल दिल का, एक सवाल इश्क़ का, इश्क़ मैं जो बिछड़ जाते है, वो फिर किधर जाते है एक सवाल ज़िन्दगी का, एक सवाल…
शायरी संग्रह भाग 1
मुहब्बत हो गयी है गम से, खुशियाँ अच्छी नहीं लगती। पहले दुश्मन मुहब्बत करते थे, अब दोस्त नफरत करते हैं।।1।। विकास कुमार कमति.. बदलते…
Wah
Good