आज कारगिल विजय दिवस है
नमन करें उन वीरों को,
जिनके अदम्य शौर्य साहस से
जीत मिली भारत माँ को.
छलनी कर दुश्मन का सीना
भारत मां का मान बढ़ाया,
देश के गौरव की रक्षा को
निज सीने का लहू चढ़ाया.
बलिदानी वीरों ने
हँसते-हँसते शीश चढ़ाये थे,
हम सब की रक्षा की खातिर
अपने शीश चढ़ाये थे.
उन वीरों को कवि की कविता
आज सलामी देती है,
नमन शहादत को करती है
आज सलामी देती है.
आज कारगिल विजय दिवस है
नमन करें उन वीरों को,
जिनके अदम्य शौर्य साहस से
जीत मिली भारत माँ को.
—– डॉ. सतीश पाण्डेय, चम्पावत