आज नहीं तो कल

आज नहीं तो कल

तैरे नाम की बंदगी मैँ , झुका हुआ मेरा सर 

तैरे इशक की इबादत में, बंधे हुए मेरे हाथ 

तेरे नूरानी नूर मैँ, रौशन रह्ता मेरा मन 

तेरी ख़ुशियों मैँ, नाच्ता गाता मेरा दिल 

औरन के दर्द मैँ , बड़ते मेरे कदम 

तेरे मन की चाहतों मैँ, रम चुके मेरे कर्म 

 

आज नहीं तो कल,

मेरी दुआओं का, असर हो ही जाएगा 

आज नहीं तो कल,

मेरी बन्दगी, तुझे भा ही जाएगी 

आज नहीं तो कल,

यूई का अंदाज़-ए-इश्क, तुझे पा ही जाएगा 

आज नहीं तो कल,

तेरा मन मुझमें, रम ही जाएगा 

आज नहीं तो कल,

मैं तुझमें और तू मुझमें, मिल ही जाएँगे 

                                  

                                              ..…. यूई

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