कितना भी मैं करना चाहूँ

कितना भी मैं करना चाहूँ
मैं अपने प्यार का इजहार
आई लव यू कहकर पर
कमबख्त जुबान फिसल जाती है
और मुँह से निकल जाता है
जयहिंद
प्रस्तुति – रीता जयहिंद

Related Articles

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

Karwa chauth

इक रात चांद यूं पूछ बैठा, इक सुहागन नारी से क्यों करती मेरी पूजा तुम, यूं सज धज तैयारी से क्यों रहती भूखी दिन भर…

Responses

+

New Report

Close