जगत् का कल्याण हो

“”***जगत् का कल्याण हो “**
***************
हे मात भवानी ,जग कल्याणी,
भव का रूप सँवारो ।
भक्त जनों को, दैहिक दैविक,
भौतिक तापों से उद्धारो।

जब कृपा सभी पर बरसाती,
सारे संकट मिट जाते ।
हम सब संतान तुम्हारी ही ,
हौसले सभी हर्षाते।

विनती इतनी हम सब.भक्तों की,
भव का रूप निखारो।

भक्तिमय दिवस मातरानी
चंद्रघण्टा को नमन के साथ

सपरिवारसहर्ष शुभकामनाएँ स्वीकार करें।

सविनय,
आपका अपना मित्र
जानकी प्रसाद विवश

Related Articles

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

सावधान हों

“**सावधान हों”** ****** सावधान होकर रहें , विपदा- शूली राह । आतुरता करती सदा , जीवन भर गुमराह।। अजी सब सावधान हों , नहीं व्यवधान…

Responses

+

New Report

Close