जय हिन्द का नारा फिर बुलंद करो
टूटे आत्मसम्मान को फिर एक-सार करो
चित की चेतना को फिर चिंतित करो
आँखों के पानी को फिर लहु मै परिवर्तित करो
अधरों की चुप्पी को फिर बाधित करो
जय हिन्द का नारा फिर से बुलन्द करो
भारत को इन हुक्कमो से फिर मुक्त करो
भारत को नारी के सम्मान से फिर शुशुभित करो
भारत को भारत वासीयो की एकता से एक करो
उठो-२ ऐ देश भक्तो अपने जीवन को सफल करो !