ना नज़ारो की बात करता हूँ
ना हज़ारो की बात करता हूँ
जिसने तराशे है यह नायाब हीरे
उसमें मिलने की बात करता हूँ
……. यूई
ना नज़ारो की बात करता हूँ
ना हज़ारो की बात करता हूँ
जिसने तराशे है यह नायाब हीरे
उसमें मिलने की बात करता हूँ
……. यूई