दो तरह के लोग.. Geeta kumari 4 years ago ” गीता” इस संसार में, दो तरह के लोग, परवाह नहीं इस भयंकर रोग की, भागे फिरते रोज़ । दूजे वाले डरकर रहते, घर से बाहर कम निकलते, मगर मज़े की बात देखो, ……. दोनों ही एक – दूजे को बेवकूफ़ हैं समझते ……….✍️ गीता..