Categories: मुक्तक
Mithilesh Rai
Lives in Varanasi, India
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नज़र ..
प्रेम होता दिलों से है फंसती नज़र , एक तुम्हारी नज़र , एक हमारी नज़र, जब तुम आई नज़र , जब मैं आया नज़र, फिर…
तुम महज एक तस्वीर हो
तुम महज एक तस्वीर हो मैं जानता हूँ कि, तुम महज इक तस्वीर हो ओर उससे आगे कुछ भी नहीं मगर दिल ये कहता है…
ख़्वाब है या के ख़्वाबो की ताबीर है
ख़्वाब है या के ख़्वाबो की ताबीर है.. ज़िन्दगी इक पहेली की तस्वीर है.. है बदौलत फ़कत अपने आमाल की अय नजूमी जो हाँथों…
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
याद है आज भी वो दिन
याद है आज भी वो दिन जब किताब के बीच कोई फूल दबा देते थे और खाली लम्हों को उस सूखे फूल से महकाया करते…
बहुत खूब
वाह
वाह बहुत सुंदर
Very nice lines