रखना मन में हिम्मत

स्थिति कैसी भी आये
मगर तू रखना मन में हिम्मत।
हिम्मत से ही जीत मिलेगी,
हारेगी कठिनाई।
कभी घड़ी
कठिन आ जाये,
समझ परीक्षा आई।
भय मत करना
आये चाहे
कैसी भी कठिनाई।
तुझे लगेगा हार गया हूँ
मूर्छा मन में छाई,
तब देना छींटे उमंग के
भागेगी कठिनाई।
जिसने भी संघर्ष किया है,
जीत उसी ने पाई,
जो पहले ही हार गया हो
वो क्या जीते भाई।
हार नहीं हो
शब्दकोश में,
जीत मंत्र ले साध,
क्या होगा कैसा होगा
यह नहीं सोच तू बात।
अंतिम सांस बची हो जब तक
आस न छोड़ना भाई,
ईश्वर मदद करेगा तेरी,
होगी सब भरपाई।
आज रात है
कल दिन होगा,
भागेगी कठिनाई,
तेरी हिम्मत बढ़े रे मानव
तब यह कविता गाई,
सार्थक गीत बना दे मेरा
हिम्मत रख ले भाई।

Related Articles

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

Responses

  1. तेरी हिम्मत बढ़े रे मानव
    तब यह कविता गाई,
    सार्थक गीत बना दे मेरा
    हिम्मत रख ले भाई।
    _________ बहुत ही खूबसूरत कविता है सतीश जी। हिम्मत प्रदान करती हुई लाजवाब और उच्च स्तरीय रचना, अति उत्तम लेखन

+

New Report

Close