“हलधर की व्यथा” Pragya 3 years ago हलधर की व्यथा सुनने को नहीं है वो तैयार जिसने बनाई थी नीतियाँ किसानों के लिए अपार किसानों के लिए अपार नीतियाँ बनाकर बैठ गये बंगले में और गरीब किसान बैठ गये धरने में धरना देकर भी उनके कुछ हाँथ ना आया, इस सरकार ने कितना निर्धन जन को सताया।।