वो जो गुजर गये यूं मुंह फ़ेरकर Vipendra Pal Singh 10 years ago वो जो गुजर गये यूं मुंह फ़ेरकर उतरा उतरा रहता है तब से मुंह मेरा कयामत थी या क्या थी वो मिलकर उससे मजरूह हो गया दिल मेरा.. [मजरूह – जख्मी]