बर्बाद
मैने दिल को कितनी बार
समझाया, उसे याद न कर
वो अब किसी और की है।
उसके लिए खुद को बर्बाद मत कर।
माना मुश्किल है।उसे भुलाना
पर पाना भी उसे अब मुमकिन नहीं।
फिर क्यों नहीं तू
मानता मेरी बात ।
उसे याद कर मत धड़क
मै वाकई प्यार में बेबस हूँ।
मुझे और बेबस मत कर।
मैने दिल को कितनी बार
समझाया, अब उसे याद न कर
वो अब किसी और की है।
उसके लिए खुद को बर्बाद मत कर।
कवि:अविनाश कुमार
bahut khoob!
nice
NICE
अति सुन्दर
धन्यवाद
वाह