दोस्त

अगर खुदा तुमने ,
लाखों तकलीफें दी हैं;
मानुष को!
तो कोहिनूर से दोस्त भी दिए हैं,
उनकी मोजुदगी ही है,
जो मुझे आस्तिक बनाती है।

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