Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
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मोर रंग दे बसंती चोला, दाई रंग दे बसंती चोला
ये माटी के खातिर होगे, वीर नारायण बलिदानी जी। ये माटी के खातिर मिट गे , गुर बालक दास ज्ञानी जी॥ आज उही माटी ह…
सफलता
सफलता ———– बुझ रहे हो दीयें सारे, ओट कर.. जलाए रखना। जल विहीन भूमि से भी, तुम…. निकाल लोगे जल.. विश्वास को बनाए रखना। अंधकार…
शायरी संग्रह भाग 2 ।।
हमने वहीं लिखा, जो हमने देखा, समझा, जाना, हमपे बीता ।। शायर विकास कुमार 1. खामोश थे, खामोश हैं और खामोश ही रहेंगे तेरी जहां…
शिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं
Poems in Hindi | महाशिवरात्रि पर कविता शिवरात्रि हिन्दू का पवित्र त्योहार है। इस दिन भगवान शिव की पूजा,अर्चना की जाती हैं, उनके लिए व्रत…
आओ रंग लो लाल
आओ रंग ले एक दूसरे को, बस तन को नहीं मन को भी रंग ले…. हर भेदभाव जात-पात को रंग ले धर्म के नाम को…
इन्टरनेट की परेशानी की वज़ह से दो बार
कोई नहीं डिलीट का आप्शन है….
👌👌👌👏👏👏👏👏अति उत्तम
सादर धन्यवाद
बहुत ख़ूब
सादर आभार
Oo
Very good
सादर धन्यवाद धन्यवाद
सुंदर