आजाद भारत के तुम हो
मसीहा, गांधी तेरी यही पहचान,
सत्य अहिंसा और धर्म का.
तूने बनाई एक मिसाल.
सादा जीवन उच्च विचार का,
दुनिया को सिखलाया पाठ,
नतमस्तक होकर अंग्रेज भी,
छोड़ कर चले गए अपने देश,
आंखों पर चश्मा हाथ में लाठी,
कमर में धोती, तेरा था यही लिबास,
सिखाया आपने दुनिया को,
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई,
आपस में है भाई भाई.
भारत छोड़ो आंदोलन है
तेरा ही नारा, दिया भारतवासियों को
तूने, स्वदेशी हो कपड़ा अपना,
चरखा है तेरी पहचान,
रघुपति राघव राजा राम,
ईश्वर अल्लाह तेरे नाम,
तेरा था यही गान, सत्याग्रह,
असहयोग पर दिया था जोर,
तभी तो राष्ट्रपिता का दर्जा पाया |