और क्या चाहिए …………

May 5, 2020 in हिन्दी-उर्दू कविता

दर्द ए दिल कि दवा चाहिए
तु बस आ,कुछ ना चाहिए
खामियाजा महोब्बत का भुगत रहा हूँ
तुझसे दुर होने का हौसला चाहिए
तुम बीन जिना,अब मुश्किल सा हो गया है
अब तु ही बता,और क्या चाहिए ।।

तुम्हारी खुमारी इस कदर सी लगी है
तुम्हारी बिमारी इस कदर सी लगी है
तुम्हारे अलावा कुछ,ना चाहिए
अब तु ही बता,और क्या चाहिए ।।

बीन तेरे क्या,जिन्दगी हो गयी है
हर एक खुशी में कमी हो गयी है
आलावा तुम्हारे कुछ दिखता नहीं है
इतना हुआ ,कि जान चाहिए
अब तु ही बता और क्या चाहिए ।।