Categories: शेर-ओ-शायरी
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गरीबी
कूड़े की किसी ढेर में खोया हुआ बचपन । भुट्टो को बेचने के लिए दौड़ता बचपन कोयले की खदानों में डूबता हुआ बचपन आटे की…
बचपन और बुढ़ापा
जीवन तरु की नई कोंपल है बचपन, कोंपल से बनी शाखा युवापन | शाखाओं से झुका वृक्ष बूढ़ापन, यही चक्र है बचपन, युवा और बूढ़ापन…
नादान बचपन:-कहाँ गई वो गुड़िया
याद आती हैं वो बचपन की बातें जब पापा के हाथों से चोटी करवाती थी। माँ लोरी गाकर सुलाती थी। कहाँ गई वो बचपन गुड़िया…
प्यारा बचपन
बाबूजी का वो लाड़ भरा धमकाता बचपन, है याद मुझे अक्सर आ जाता प्यारा बचपन। खरगोशों के संग दौड़ कुलाचे भरता बचपन, तोते चिड़ियों की…
बचपन
जीवन की अवस्था तीन सही बचपन का कोई जवाब नहीं आनंद भरा रहता तन मन पुलकित होता हरेक का संग शिशु मुख लगता प्यारा प्यारा…
वाह