अनमोल है वक्त

वक्त अनमोल है, ना कोई इसका मोल है ।
मुफ़्त में मिले, कुदरत से, इसकी कीमत पहचान ।
गर तू करेगा वक्त की कद्र…….
तो वक्त भी तेरी कद्र करेगा ऐ इन्सान ।
जीवन जी जा, बस सोच ले….
वक्त से ही चलता ये जहान ।
वक्त ने किया उजला जब- जब अंधेरा हो गया ।
वक्त को गंवाना नहीं, बस वक्त तेरा हो गया ।

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Responses

  1. आपकी कविता में विचार और चिंतन का उच्च स्तर विराजमान है। समय की महत्ता प्रतिपादित की गई है। वास्तव में समय शक्तिशाली होता है। यदि हम समय की कद्र कर पायेंगे तो तभी हम अपने जीवन मे कुछ प्राप्त कर पायेंगे। अतः कविता में मजबूत भाव पक्ष है। प्रवाहमय भाषा मे अलंकारिक छटा भी मौजूद है।’मुफ़्त में मिले,’ ‘जीवन जी जा, ‘ सहज ही आनुप्रासिक छटा प्रस्फुटित हुई है।
    बहुत सुंदर कविता

    1. कविता का भाव समझने के लिए बहुत बहुत आभार 🙏
      आपकी प्रेरक समीक्षाएं बहुत उत्साह वर्धन करती हैं, धन्यवाद जी 🙏

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