“इन्तजार” #2Liner-17 Ankit Bhadouria 8 years ago ღღ___ज़िन्दगी तो कटती जा रही है “साहब”, इन्तजार की कैंची से; . और सिलसिला-ए-इन्तजार है, कि कटता ही नहीं कभी !!…….#अक्स