इश्क-ए-खुदाई

इश्क-ए-खुदाई भी

कैसा सौदाई है

सौदाई है

सौदाई है

इश्क-ए-खुदाई भी

कैसा सौदाई है

                                  …… यूई

Related Articles

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

Responses

Comments are closed.

New Report

Close