कवि कोई ऐसा गीत सुना
कवि कोई गीत सुना ऐसा ये जग दीवाना हो जाए,
कोई बंदा बैरागी बने, कोई मरदाना हो जाए!!
भाईचारे की डोरी से, बंधा हुआ हर गाँव मिले,
धुप में झुलसे मानव को, तरुवर की ठंडी छाँव मिले,
कोई गोकुल सा गाँव लगे, कोई बरसाना हो जाए,
कोई बंदा बैरागी बने, कोई मरदाना हो जाए!!
गीतों से सबको प्यार रहे, गीतों के रंग हज़ार रहे,
रामायण भगवत गीता से, झंकृत जीवन के तार रहे,
मानस में गूंजे गुरुवाणी अंतस ननकाना हो जाये,
कोई बंदा बैरागी बने, कोई मरदाना हो जाए!!
ghazab… kya bat hai..
Good imagination!
beautiful…great lines
Shukriya abhishek bhai
Shukriya panna bhai and mohit bhai….. Aap sabke comments ne ek nai urja ka sanchaar Kia h mujhme…. Shukriya dosto….
Very good poem Ankit. Reference of Veer Banda Bairagi is really appreciable. It reminds me the poem of Maithelisharan gupt on banda bairagi. Can you write an exclusive poem on banda bairagi on his 300th martyrdom year
वाह बहुत खूब
Good
Wah
Very nice
Waah