Categories: हिन्दी-उर्दू कविता
Tags: #shayri
UE Vijay Sharma
Poet, Film Screenplay Writer, Storyteller, Song Lyricist, Fiction Writer, Painter - Oil On Canvas, Management Writer, Engineer
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झुके हुए सर को मिलता गुरु का प्यार है अकड़े हुए सर को मिलता गुरु का दुत्कार है …… यूई
मैंने देखा है ,शैतान ! इंसानों में
दानव तो है, यूं ही बदनाम ग्रंथ-पुराणों में , मैंने देखा है,शैतान! इंसानों में। रूह कांप जाए; हृदय फट जाए, हैवानियत की हदें पैर फैलाए।…
पुकार रही है भारतमाता
पुकार रही है भारतमाता आप सभी संतानों को, कलम उठा लो, खड़क उठा लो ख़त्म करो हैवानों को. बाहर-भीतर देश के दुश्मन, जो उन्नति के…
ऐसे हैवानों को फाँसी होनी चाहिए
“बलात्कार है अक्षम्य अपराध” ++++++++++++++++++++ चीख-चीखकर पुकारा उसने, पर कोई सुनने ना आया… तोड़ती रही वह दम अपना, पर कोई लाज बचाने ना आया… वैशी-दरिंदे…
***आखरी निशानी***
बहुत आहत हूँ मैं यूं समझ लो टूट गई हूँ मैं मेरी सहेली की दी हुई आखरी निशानी भी टूट गई सालों पहले जो घड़ी…
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