नन्ही चिड़िया है बेटी
नन्ही चिड़िया है बेटी
आँगन के बीच चहकने दो
कली कमल की है बेटी
बगिया के बीच महकने दो
मीठी सी मुस्कान है बेटी
हर्षित पुलकित होने दो
इसको भी जीने का हक है
जग में आ जाने दो ।
~ कमलेश कौशिक
गुरुग्राम 106
लगातार अपडेट रहने के लिए सावन से फ़ेसबुक, ट्विटर, इन्स्टाग्राम, पिन्टरेस्ट पर जुड़े|
यदि आपको सावन पर किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो हमें हमारे फ़ेसबुक पेज पर सूचित करें|