**बगावत कर लेंगे**
****बगावत कर लेंगे::गज़ल****
छुप के बैठे हैं कई अल्फाज़ मेरे होठों की तहों में,
तुम कोई बात करोगे तो ये बेबात बगावत कर लेंगे l
बड़ी मुश्किल से मेरे हालात मेरे काबू
में हुए हैं,
तुम मेरा हाल ना पूछो वरना हालात बगावत कर लेंगे l
तुम्हें खयाल नहीं शायद कि तुम्हारे खयाल में अक्सर,
ऐसा लगता है कि जैसे खयालात बगावत कर लेंगे l
मेरी आंखों का लहू पीकर जो मेरी रग-रग में रवां रहते हैं,
देखना एक दिन वो सब-के-सब लम्हात बगावत कर लेंगे l
छोड़ जाना ही था तुमको तो पास आये क्यूं थे,
कभी मिलोगे तो ऐसे ही कई सवालात बगावत कर लेंगे l
तुम अगर दूर हुए हो तो अब दूर ही रहना मुझसे,
पास आओगे तो फ़िर से मेरे जज़्बात बगावत कर लेंगे ll
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-Er Anand Sagar Pandey
Bahut Khoob
Wah