भजनों में, पूजन में, हे गणराजा … ! (भक्ति गान )
भजनों में, पूजन में, हे गणराजा … ! (भक्ति गान )
भजनों में, पूजन में, मगन है मन हमरा,
हम और हमरा सबकुछ, हे गणराजा है तुम्हरा……!
जो हमरा है आता, वो तोसे ही आता,
जो हमरा है जाता , वो तोका ही जाता,
हमरा ना यहाँ कुछ भी, बस तू ही इक हमरा,
हम और हमरा सबकुछ, हे गणराजा है तुम्हरा……!
हमरा लगता हम ही करते हैं सारा काम,
काम में भूल जाते हम लेना तोरा नाम,
तोरी कृपा से ही तो, चले काज ये सब हमरा,
हम और हमरा सबकुछ, हे गणराजा, है तुम्हरा……!
तोरी कृपा हो हमपर, तो हमरा है क्या कम,
चरणों में प्रभु तोरे ही रहना चाहें हम,
तोरी ही हो पूजा ये जीवन सब हमरा,
हम और हमरा सबकुछ, हे गणराजा, है तुम्हरा……!
भजनों में पूजन में, मगन है मन हमरा,
हम और हमरा सबकुछ, हे गणराजा, है तुम्हरा……!
” विश्व नन्द “
nice poem Vijay ji
Panna ji, thanks very much, as always for your compliments & encouragement …! 🙂
Bahut sundar sir
Shridhar..Many thanks for the delighting encouragement ….! 🙂
Good
वाह