माँ तुम राह देखती होगी
कि मेरा लाल आयेगा
पर सरहद पर जंग इतनी
छिड़ी थी कि तेरा लाल नआ पाया
वो इतने सारे थे कि माँ
तेरा लाल अकेला पड़ गया
मैंने एक – एक को मार गिराया
वो भी अकेला रह गया
अचानक उसने भारत माता
का नारा लगाया
मैंने जैसे ही भारत माता के
चरणों में शीशे झुकाया
उसने धोखे से मुझे मार गिराया
अब कोई गम न करना मां
भारत माता पर कुरबान हुआ हूँ
तिरंगे में लिपटा जब मेरा शव
आयेगा तो आंसू एक न बहाना
मां
वरना तिरंगे का अपमान होगा
मां कसम अबकी जब आऊँगा
अब ना दुश्मन की चाल में
आऊँगा
दुशमनों से बस इतना कह देना
मेरा लाल आयेगा
मेरा लाल आयेगा
– रीता अरोरा