मुक्तक
ख्वाबों के जहाँन हमेशा नहीं रहते!
जख्मों के निशान हमेशा नहीं रहते!
रुकते नहीं हैं रास्ते मंजिल के कभी,
दर्द़ के तूफान हमेशा नहीं रहते!
रचनाकार- मिथिलेश राय #महादेव’
लगातार अपडेट रहने के लिए सावन से फ़ेसबुक, ट्विटर, इन्स्टाग्राम, पिन्टरेस्ट पर जुड़े|
यदि आपको सावन पर किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो हमें हमारे फ़ेसबुक पेज पर सूचित करें|
Anirudh sethi - August 20, 2016, 2:49 am
उम्दा लाइने
राम नरेशपुरवाला - October 28, 2019, 12:54 pm
Good
Pragya Shukla - April 8, 2021, 11:15 pm
खूबसूरत पंक्ति