मुबारक
मुबारक हो तुमको एक नई रोशनाई,,
चाहतों के समुंदर की प्यारी गहराई,,
क्या तोहफा दूँ तुमको, समझ नहीं आता,,
तुमने ने तो सारी दुनिया हैं महकाई,,
हर तरफ अपनी मुस्कान बिखेरते रहना,,
गमो को तो बस भैस चराने भेज देना,,
शोपिंग करना, चहकते रहना, संवरते रहना
अगर कोई सड़ता हैं तो उसे सड़ने देना!!
सूरज से तेज किरणों में भी गुलाब सी महकती रहना,,
खाली बैठकर कभी कभार हमको भी याद करती रहना,,
इस ज़माने में बचाना चाहती हो अगर अपना वजूद तो,,
आठवां फेरा कन्या भ्रूण हत्या को रोकने खातिर ले लेना,,
इस ज़माने में बचाना चाहती हो अगर अपना वजूद तो,,
आठवां फेरा कन्या भ्रूण हत्या को रोकने खातिर ले लेना,,…..so nice thoughts !! v. nice 🙂
bahut ache shabd or bhavnaae….nice poem 🙂
Sundar lafzo me sundar vichaar
behad khoobsurat poem 🙂 🙂
hats off to you ankit…nice poetry
waah..! bohot badhiyaa vichar.. 🙂
Shukriya aap sab ka…. Nai urja sancharit huyi aapke is pyaar ke kaaran
वाह बहुत सुंदर