समा लेती है…
समा लेती है ,
हर भाषा को,
अपने भीतर ,
जिसकी कोई सीमा नहीं ,
वो पूर्ण है खुद से,
मेरी हिंदी जैसी कोई नहीं…
समा लेती है ,
हर भाषा को,
अपने भीतर ,
जिसकी कोई सीमा नहीं ,
वो पूर्ण है खुद से,
मेरी हिंदी जैसी कोई नहीं…
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सच में हिन्दी जैसी कोई नहीं
बहुत बहुत धन्यवाद
सुंदर
धन्यवाद सर
सुन्दर भाव
Thank you
True and awesome line
Thank you so much
Very nice
Thank you
अति सुन्दर। सरल भाषा में हिंदी कि महत्ता बता दी आपने
Thank you
Superb❤
धन्यवाद
वाह क्या बात है
धन्यवाद