हमने जफ़ा न सीखी
हमने जफ़ा न सीखी उनको वफ़ा न आई
पत्थर से दिल लगाया और दिल पे है चोट खाई
अपने ही दिल के हाथों बरबाद हो गए हम
किसके करें शिकायत अब किसकी दें दुहाई
दुनिया बनाने वाले मैं तुझसे पूछता हूँ
क्या प्यार का जहाँ में बदला है बेवफाई
हमने जफ़ा न सीखी उनको वफ़ा न आई
पत्थर से दिल लगाया और दिल पे है चोट खाई…
वाह बहुत सुंदर रचना
वाह वाह