कलम – किसी की जुबानी

कलम – किसी की जुबानी

कलम से ही होती है शुरू किसी कोरे पन्ने की जिंदगी है।
कलम से ही होती है शुरू किसी लेखक की आज़ादी है।।

लेखक का पहला जरिया है कलम,श्रोताओ के मन का पहला अरमान है कलम।
बच्चो की शिक्षा का पहला पड़ाव है कलाम, शिक्षको के हर एक शब्द का मोती है कलम।।

होती है शुरू किसी किताब की जिंदगी कलम से,अदा करती है जीवन किसी के मुल्यो को।
होता है किसी के प्यार का इजहार कलम से,मिलता है अवसर किसी के वचनो को।।

ऐस इस कलम का करे हम शुक्रीया,जिसने हर किसी के जीवन का हाल बदल डाला!

Related Articles

दुर्योधन कब मिट पाया:भाग-34

जो तुम चिर प्रतीक्षित  सहचर  मैं ये ज्ञात कराता हूँ, हर्ष  तुम्हे  होगा  निश्चय  ही प्रियकर  बात बताता हूँ। तुमसे  पहले तेरे शत्रु का शीश विच्छेदन कर धड़ से, कटे मुंड अर्पित करता…

जंगे आज़ादी (आजादी की ७०वी वर्षगाँठ के शुभ अवसर पर राष्ट्र को समर्पित)

वर्ष सैकड़ों बीत गये, आज़ादी हमको मिली नहीं लाखों शहीद कुर्बान हुए, आज़ादी हमको मिली नहीं भारत जननी स्वर्ण भूमि पर, बर्बर अत्याचार हुये माता…

प्यार अंधा होता है (Love Is Blind) सत्य पर आधारित Full Story

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Anu Mehta’s Dairy About me परिचय (Introduction) नमस्‍कार दोस्‍तो, मेरा नाम अनु मेहता है। मैं…

Responses

+

New Report

Close